Option types with live example in Hindi Type of Option with call option and put option.
Option types with live example in Hindi Type of Option with call option and put option.
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- 0.1 ऑप्शन के प्रकार – Call Option और Put Option (Live Example सहित) | Option Types in Hindi
- 0.2 1. ऑप्शन कितने प्रकार के होते हैं? (Types of Options)
- 0.3 2. Call Option (कॉल ऑप्शन) क्या है?
- 0.4 लाइव उदाहरण (Live Example of Call Option)
- 0.5 3. Put Option (पुट ऑप्शन) क्या है?
- 0.6 लाइव उदाहरण (Live Example of Put Option)
- 0.7 4. कॉल ऑप्शन और पुट ऑप्शन का अंतर (Difference Between Call and Put Option)
- 0.8 5. ऑप्शन ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान
- 1 6. निष्कर्ष (Conclusion)
ऑप्शन के प्रकार – Call Option और Put Option (Live Example सहित) | Option Types in Hindi
ऑप्शन ट्रेडिंग फाइनेंशियल मार्केट में एक डेरिवेटिव्स ट्रेडिंग का तरीका है, जिसमें एक ट्रेडर को एक निश्चित प्राइस (Strike Price) पर, एक निश्चित समय (Expiry Date) तक किसी स्टॉक या एसेट को खरीदने (Call Option) या बेचने (Put Option) का अधिकार मिलता है, लेकिन बाध्यता नहीं होती।
1. ऑप्शन कितने प्रकार के होते हैं? (Types of Options)
ऑप्शन दो प्रकार के होते हैं:
Call Option (कॉल ऑप्शन) – खरीदने (Buy) का अधिकार।
Put Option (पुट ऑप्शन) – बेचने (Sell) का अधिकार।
2. Call Option (कॉल ऑप्शन) क्या है?
Call Option वह ऑप्शन है, जिसमें ट्रेडर को भविष्य में किसी निश्चित प्राइस (Strike Price) पर स्टॉक या एसेट खरीदने का अधिकार मिलता है। अगर स्टॉक की कीमत बढ़ती है, तो ट्रेडर को मुनाफा होता है।
जब खरीदें? – जब आपको लगे कि स्टॉक की कीमत बढ़ेगी।
क्या रिस्क है? – अगर कीमत नहीं बढ़ी, तो आप प्रीमियम गंवा सकते हैं।
लाइव उदाहरण (Live Example of Call Option)
मान लीजिए कि TCS का शेयर अभी ₹3500 पर ट्रेड कर रहा है।
- आप एक Call Option खरीदते हैं जिसका Strike Price ₹3600 है और प्रीमियम ₹50 है।
- Expiry तक, अगर स्टॉक का प्राइस ₹3700 हो जाता है, तो आप इसे ₹3600 पर खरीदकर ₹100 का फायदा कमा सकते हैं (₹3700 – ₹3600 – ₹50 प्रीमियम = ₹50 नेट प्रॉफिट)।
- अगर स्टॉक गिरकर ₹3400 हो जाता है, तो आप ऑप्शन इस्तेमाल नहीं करेंगे और सिर्फ ₹50 (प्रीमियम) का नुकसान होगा।
3. Put Option (पुट ऑप्शन) क्या है?
Put Option वह ऑप्शन है, जिसमें ट्रेडर को भविष्य में किसी निश्चित प्राइस (Strike Price) पर स्टॉक या एसेट बेचने का अधिकार मिलता है। अगर स्टॉक की कीमत गिरती है, तो ट्रेडर को मुनाफा होता है।
जब खरीदें? – जब आपको लगे कि स्टॉक की कीमत गिरेगी।
क्या रिस्क है? – अगर कीमत नहीं गिरी, तो प्रीमियम गंवा सकते हैं।
लाइव उदाहरण (Live Example of Put Option)
मान लीजिए कि Reliance का शेयर अभी ₹2500 पर ट्रेड कर रहा है।
- आप एक Put Option खरीदते हैं जिसका Strike Price ₹2450 है और प्रीमियम ₹30 है।
- Expiry तक, अगर स्टॉक का प्राइस ₹2400 हो जाता है, तो आप इसे ₹2450 पर बेचकर ₹50 का फायदा कमा सकते हैं (₹2450 – ₹2400 – ₹30 प्रीमियम = ₹20 नेट प्रॉफिट)।
- अगर स्टॉक बढ़कर ₹2600 हो जाता है, तो आप ऑप्शन इस्तेमाल नहीं करेंगे और सिर्फ ₹30 (प्रीमियम) का नुकसान होगा।
4. कॉल ऑप्शन और पुट ऑप्शन का अंतर (Difference Between Call and Put Option)
Feature | Call Option (कॉल ऑप्शन) | Put Option (पुट ऑप्शन) |
---|---|---|
अधिकार (Right to) | खरीदने का अधिकार | बेचने का अधिकार |
फायदा (Profit when) | जब स्टॉक की कीमत बढ़ती है | जब स्टॉक की कीमत गिरती है |
कब खरीदें? | जब स्टॉक बढ़ने की उम्मीद हो | जब स्टॉक गिरने की उम्मीद हो |
रिस्क (Risk) | अगर स्टॉक नहीं बढ़ा, तो प्रीमियम का नुकसान | अगर स्टॉक नहीं गिरा, तो प्रीमियम का नुकसान |
5. ऑप्शन ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान
फायदे (Advantages):
कम पूंजी में बड़ा मुनाफा कमाने का मौका।
जोखिम सीमित होता है (सिर्फ प्रीमियम का नुकसान हो सकता है)।
हेजिंग के लिए उपयोग किया जा सकता है।
नुकसान (Disadvantages):
ऑप्शन का प्रीमियम हमेशा खोने का खतरा रहता है।
सही समय पर सही निर्णय लेना ज़रूरी है।
ऑप्शन ट्रेडिंग जटिल होती है, शुरुआती ट्रेडर्स को नुकसान हो सकता है।
6. निष्कर्ष (Conclusion)
Call Option तब खरीदें जब आपको लगे कि स्टॉक बढ़ेगा।
Put Option तब खरीदें जब आपको लगे कि स्टॉक गिरेगा।
हमेशा रिस्क मैनेजमेंट करें और बिना जानकारी के ऑप्शन ट्रेडिंग न करें।
क्या आप ऑप्शन ट्रेडिंग के प्रैक्टिकल ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी सीखना चाहते हैं?