Motivational/Srinivasa Ramanujan Biography In Hindi About S Ramanujan Mathematicians Motivational Video
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श्रीनिवास रामानुजन: एक प्रेरणादायक जीवन कथा
परिचय
श्रीनिवास रामानुजन (1887-1920) एक महान भारतीय गणितज्ञ थे, जिन्होंने बिना किसी औपचारिक शिक्षा के गणित में असाधारण योगदान दिया। उनके जीवन की कहानी संघर्ष, समर्पण और अद्वितीय प्रतिभा का प्रतीक है।
प्रारंभिक जीवन
जन्म: 22 दिसंबर 1887, ईरोड, तमिलनाडु
परिवार: गरीब ब्राह्मण परिवार, पिता एक क्लर्क थे
बचपन: गणित में अद्वितीय रुचि, 11 वर्ष की उम्र तक कॉलेज स्तर का गणित सीख लिया
रामानुजन का झुकाव शुरू से ही गणित की ओर था। 16 साल की उम्र में उन्होंने G.S. Carr की पुस्तक “A Synopsis of Elementary Results in Pure and Applied Mathematics” पढ़ी, जिसने उनके गणितीय कौशल को नया रूप दिया।
संघर्ष और असफलताएँ
- गणित में गहरी रुचि के कारण अन्य विषयों में कमजोर रहे
- विश्वविद्यालय की परीक्षा में असफल, डिग्री पूरी नहीं कर सके
- आर्थिक तंगी के बावजूद स्वयं गणित सीखते रहे
रामानुजन ने अपने गणितीय शोध पत्र कई गणितज्ञों को भेजे, लेकिन किसी ने उन्हें गंभीरता से नहीं लिया। परंतु उन्हें कभी हार मानना स्वीकार नहीं था।
कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय की यात्रा
1913 में उन्होंने अपना शोधपत्र G.H. Hardy को भेजा, जिन्होंने उनकी प्रतिभा को पहचाना।
- 1914: रामानुजन को कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय बुलाया गया
- 1916: गणित में डिग्री प्राप्त की
- 1918: रॉयल सोसाइटी ऑफ लंदन के फेलो बने (ऐसा करने वाले पहले भारतीय)
रामानुजन के महान योगदान
- रामानुजन संख्या (1729): यह सबसे छोटी संख्या है जिसे दो अलग-अलग तरीकों से दो घनों के योग के रूप में लिखा जा सकता है: 1729=13+123=93+1031729 = 1^3 + 12^3 = 9^3 + 10^3
- मॉड्यूलर फॉर्मुला और π (पाई) पर कार्य
- संख्या सिद्धांत, विभाजन फ़ंक्शन और अपरिमेय संख्याओं में महत्वपूर्ण योगदान
स्वास्थ्य समस्याएँ और मृत्यु
अत्यधिक मेहनत और खराब स्वास्थ्य के कारण 1920 में मात्र 32 वर्ष की उम्र में उनकी मृत्यु हो गई।
हालांकि उनका जीवन छोटा था, लेकिन उन्होंने गणित में अमरता प्राप्त की।
प्रेरणा और सीख
स्व-शिक्षा से भी महान कार्य किए जा सकते हैं
असफलताओं से घबराने की बजाय, निरंतर प्रयास करना चाहिए
यदि आपके पास जुनून और समर्पण है, तो दुनिया आपकी प्रतिभा को पहचानती है
रामानुजन पर आधारित फिल्म
यदि आप उनके जीवन से और प्रेरित होना चाहते हैं, तो “The Man Who Knew Infinity” (2015) फिल्म देखें, जो उनके जीवन पर आधारित है।
निष्कर्ष
रामानुजन ने सिद्ध कर दिया कि असली प्रतिभा साधनों पर निर्भर नहीं होती, बल्कि मेहनत, लगन और आत्मविश्वास पर निर्भर करती है।
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