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Verbal deduction by R S Aggarwal – Logical Deduction and it’s Introduction

Verbal deduction by R S Aggarwal – Logical Deduction and it’s Introduction

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तार्किक अनुमान (Logical Deduction) का परिचय – R.S. Aggarwal

तार्किक अनुमान क्या है?
तार्किक अनुमान (Logical Deduction) एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें दिए गए कथनों (Statements) के आधार पर निष्कर्ष (Conclusion) निकाला जाता है। इसमें मुख्यतः तर्क और विश्लेषण का उपयोग किया जाता है ताकि यह तय किया जा सके कि कोई दिया गया निष्कर्ष सही है या गलत।

मुख्य प्रकार के तार्किक अनुमान

  1. प्रत्यक्ष अनुमान (Immediate Deduction)

    • इसमें केवल एक कथन दिया जाता है और उसके आधार पर निष्कर्ष निकाला जाता है।
    • उदाहरण:
      कथन: “सभी पक्षी उड़ सकते हैं।”
      निष्कर्ष: “गौरैया एक पक्षी है, इसलिए वह उड़ सकती है।”
  2. अप्रत्यक्ष अनुमान (Mediate Deduction)

    • इसमें दो या अधिक कथनों के आधार पर निष्कर्ष निकाला जाता है।
    • इसे आमतौर पर सिलोजिज्म (Syllogism) भी कहा जाता है।
    • उदाहरण:
      कथन 1: “सभी मनुष्य नश्वर हैं।”
      कथन 2: “राम एक मनुष्य है।”
      निष्कर्ष: “राम नश्वर है।”

तार्किक अनुमान के महत्वपूर्ण नियम (Rules of Logical Deduction)

  1. सभी निष्कर्ष दिए गए कथनों पर निर्भर करेंगे।
  2. निष्कर्ष में कोई भी नई जानकारी नहीं हो सकती जो कथनों में न दी गई हो।
  3. यदि सभी कथन सत्य हैं, तो निष्कर्ष भी तार्किक रूप से सत्य होना चाहिए।
  4. यदि निष्कर्ष कथनों के विपरीत जाता है, तो वह असत्य माना जाएगा।

R.S. Aggarwal की पुस्तक में शामिल महत्वपूर्ण विषय

उदाहरण प्रश्न (Verbal Deduction Example)

प्रश्न:
कथन 1: सभी डॉक्टर बुद्धिमान होते हैं।
कथन 2: रीना एक डॉक्टर है।
निष्कर्ष:
(A) रीना बुद्धिमान है।
(B) सभी बुद्धिमान डॉक्टर हैं।

उत्तर: केवल निष्कर्ष (A) सही है।

अगर आपको R.S. Aggarwal की “Verbal & Non-Verbal Reasoning” किताब से और उदाहरण चाहिए, तो आप उसकी हार्डकॉपी या पीडीएफ डाउनलोड कर सकते हैं।

Verbal deduction by R S Aggarwal – Logical Deduction and it’s Introduction

R.S. Aggarwal की पुस्तक “A Modern Approach to Verbal & Non-Verbal Reasoning” में तार्किक अनुमान (Logical Deduction) का परिचय प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।


तार्किक अनुमान (Logical Deduction) का परिचय

तार्किक अनुमान वह प्रक्रिया है जिसमें दिए गए कथनों (Statements) के आधार पर निष्कर्ष (Conclusions) निकाले जाते हैं। यह दो प्रमुख प्रकारों में विभाजित होता है:

  1. प्रत्यक्ष अनुमान (Immediate Deduction):
    • केवल एक कथन के आधार पर निष्कर्ष निकाला जाता है।
    • उदाहरण:
      • कथन: “सभी पक्षी उड़ सकते हैं।”
      • निष्कर्ष: “गौरैया एक पक्षी है, इसलिए वह उड़ सकती है।”
  2. अप्रत्यक्ष अनुमान (Mediate Deduction):
    • दो या अधिक कथनों के आधार पर निष्कर्ष निकाला जाता है।
    • इसे सामान्यतः सिलोजिज्म (Syllogism) कहा जाता है।
    • उदाहरण:
      • कथन 1: “सभी मनुष्य नश्वर हैं।”
      • कथन 2: “राम एक मनुष्य है।”
      • निष्कर्ष: “राम नश्वर है।”

R.S. Aggarwal की पुस्तक में शामिल प्रमुख विषय

इस पुस्तक में तार्किक अनुमान से संबंधित निम्नलिखित विषयों को विस्तार से समझाया गया है:


उदाहरण प्रश्न

प्रश्न:
कथन 1: “सभी डॉक्टर बुद्धिमान होते हैं।”
कथन 2: “रीना एक डॉक्टर है।”
निष्कर्ष:

उत्तर: केवल निष्कर्ष (A) सही है।


अनुशंसित पुस्तकें

यदि आप तार्किक अनुमान और अन्य विषयों पर अधिक अभ्यास करना चाहते हैं, तो निम्नलिखित पुस्तकें उपयोगी होंगी:


यदि आपको किसी विशेष अध्याय या अभ्यास प्रश्नों पर सहायता चाहिए, तो कृपया बताएं!