DIZNR INTERNATIONAL

THE HOUND OF THE BASKERVILLES ! IN HINDI ! CHAPTER – 4 ! SIR HENRY BASKERVILLE

THE HOUND OF THE BASKERVILLES ! IN HINDI ! CHAPTER – 4 ! SIR HENRY BASKERVILLE

https://www.gyanodhan.com/video/3B1.%20Class%2011%20and%2012%20IIT%20NEET/English/268.%20THE%20HOUND%20OF%20THE%20BASKERVILLES%20%21%20IN%20HINDI%20%21%20CHAPTER%20-%204%20%21%20SIR%20HENRY%20BASKERVILLE.mp4

द हाउंड ऑफ़ द बैस्कर्विल्स – हिंदी में

अध्याय 4: सर हेनरी बैस्कर्विल

कहानी का सारांश:
इस अध्याय में, डॉ. वाटसन और शरलॉक होम्स सर हेनरी बैस्कर्विल से मिलते हैं, जो हाल ही में अमेरिका से लंदन पहुंचे हैं। सर हेनरी अपने चाचा, सर चार्ल्स बैस्कर्विल की रहस्यमयी मौत के बाद बैस्कर्विल हॉल के नए उत्तराधिकारी बने हैं।

मुख्य घटनाएँ:

  1. सर हेनरी की चिंता:
    जब सर हेनरी होटल में रुके होते हैं, तो उन्हें एक अजीब पत्र मिलता है जिसमें चेतावनी दी जाती है कि वे बैस्कर्विल हॉल न जाएं।
    यह पत्र कटा हुआ और छिपे हुए अक्षरों से बनाया गया है, जिससे होम्स को शक होता है कि किसी ने जानबूझकर इसे छुपाने की कोशिश की है।

  2. जूतों का गायब होना:
    सर हेनरी का एक जूता होटल से गायब हो जाता है, जो और भी रहस्यमयी घटना को दर्शाता है।
    होम्स इसे हल्के में नहीं लेते और सोचते हैं कि किसी का सर हेनरी पर नज़र है।

  3. होम्स की जांच:
    होम्स अपनी सूझ-बूझ से पत्र और गायब हुए जूते के रहस्य को समझने की कोशिश करते हैं।
    उन्हें महसूस होता है कि कोई व्यक्ति सर हेनरी का पीछा कर रहा है।

  4. बैस्कर्विल हॉल जाने की योजना:
    सभी लोग बैस्कर्विल हॉल जाने का निर्णय लेते हैं, लेकिन होम्स खुद नहीं जा पाते और डॉ. वाटसन को वहां जाकर सर हेनरी की सुरक्षा का ध्यान रखने की जिम्मेदारी देते हैं।

मुख्य पात्र:

रहस्य और थ्रिलर:
इस अध्याय में रहस्यमय पत्र और गायब हुए जूते से स्पष्ट होता है कि सर हेनरी की जान को खतरा है।
होम्स का मनोवैज्ञानिक विश्लेषण और मामलों को हल करने की शैली इस अध्याय को और भी रोमांचक बनाती है।

अगले अध्याय में:
डॉ. वाटसन और सर हेनरी बैस्कर्विल हॉल की ओर जाते हैं, जहां कई और रहस्य उनका इंतजार कर रहे होते हैं।

अगर आपको किसी विशेष हिस्से का विवरण या कोई और जानकारी चाहिए, तो बताएं!

THE HOUND OF THE BASKERVILLES ! IN HINDI ! CHAPTER – 4 ! SIR HENRY BASKERVILLE

The Hound of the Baskervilles | Sir Arthur Conan Doyle