How to make more Profit using Call sell technique in Option in Hindi – with live example.
How to make more Profit using Call sell technique in Option in Hindi – with live example.
आप ऑप्शन ट्रेडिंग में “कॉल सेल” (Call Sell) तकनीक का उपयोग करके अधिक प्रॉफिट कमा सकते हैं, लेकिन इसके लिए सही रणनीति और समझ जरूरी है।
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1. कॉल सेल (Short Call) क्या होता है?
कॉल ऑप्शन बेचने का मतलब है कि आप किसी स्टॉक या इंडेक्स के प्रीमियम को प्राप्त करते हैं, लेकिन यदि प्राइस आपकी उम्मीद के विपरीत बढ़ता है, तो आपको नुकसान हो सकता है।
2. कब कॉल ऑप्शन बेचना चाहिए?
जब आपको लगे कि स्टॉक या इंडेक्स गिरने वाला है या साइडवे रहेगा
जब IV (Implied Volatility) ज्यादा हो और प्रीमियम हाई मिल रहा हो
Expiry के पास टाइम डिके (Theta) का फायदा लेने के लिए
3. लाइव उदाहरण (Example)
मान लीजिए NIFTY 50 अभी 22,000 पर ट्रेड कर रहा है और आपको लगता है कि यह 21,900 से नीचे रहेगा।
आप 22,200 का Call Option बेचते हैं (Short Call)
मान लीजिए, इस ऑप्शन का प्रीमियम ₹100 है और आप 50 लॉट (NIFTY का 1 लॉट = 50 Qty) सेल करते हैं।
स्थिति 1: NIFTY 22,000 के नीचे रहता है
- जैसे-जैसे Expiry नज़दीक आती है, प्रीमियम घटकर ₹10 रह जाता है।
- आपका प्रॉफिट: (₹100 – ₹10) × 50 = ₹4,500
स्थिति 2: NIFTY 22,300 चला जाता है
- आपका नुकसान: (₹100 – ₹300) × 50 = ₹10,000
4. रिस्क मैनेजमेंट कैसे करें?
SL (Stop Loss) लगाएं: अगर स्टॉक आपकी उम्मीद के विपरीत जाता है तो नुकसान को सीमित करने के लिए SL ज़रूर लगाएं।
हेजिंग का इस्तेमाल करें: अगर रिस्क कम करना है, तो साथ में Higher Strike का Call Buy कर सकते हैं।
Expiry के पास ट्रेड करें: क्योंकि टाइम डिके तेजी से काम करता है।
IV (Implied Volatility) चेक करें: जब IV हाई हो, तब सेलिंग का फायदा ज्यादा होता है।
5. निष्कर्ष
कॉल सेलिंग में स्थिरता और टाइम डिके का फायदा होता है, लेकिन इसमें अनलिमिटेड लॉस का रिस्क होता है। इसलिए, स्ट्रैटेजी + रिस्क मैनेजमेंट का सही बैलेंस बनाकर ट्रेड करें।
क्या आपको इस पर और गहराई से जानकारी चाहिए?