Concept of Pointers in Hindi – An Introduction to Pointers
Contents
पॉइंटर्स का परिचय (Concept of Pointers in Hindi)
पॉइंटर्स क्या होते हैं?
पॉइंटर्स (Pointers) C और C++ जैसी प्रोग्रामिंग भाषाओं में उपयोग किए जाने वाले विशेष प्रकार के वेरिएबल होते हैं, जो किसी अन्य वेरिएबल के मेमोरी एड्रेस को स्टोर करते हैं।
पॉइंटर को क्यों उपयोग किया जाता है?
डायरेक्ट मेमोरी एक्सेस के लिए
प्रोग्राम को अधिक कुशल बनाने के लिए
डेटा स्ट्रक्चर्स (Linked List, Trees) को आसानी से मैनेज करने के लिए
फंक्शन्स में कॉल-बाय-रेफरेंस का उपयोग करने के लिए
पॉइंटर को डिक्लेयर करना
C में पॉइंटर को *
(स्टार) का उपयोग करके डिक्लेयर किया जाता है:
पॉइंटर के महत्वपूर्ण ऑपरेटर
ऑपरेटर | अर्थ |
---|---|
& |
एड्रेस ऑपरेटर (Address Operator) |
* |
डिरेफरेंस ऑपरेटर (Dereference Operator) |
&
का उपयोग किसी वेरिएबल के एड्रेस को प्राप्त करने के लिए किया जाता है।*
का उपयोग किसी पॉइंटर द्वारा स्टोर किए गए एड्रेस पर स्थित डेटा को एक्सेस करने के लिए किया जाता है।
पॉइंटर का एक सिंपल उदाहरण
आउटपुट:
पॉइंटर्स के प्रकार
नॉर्मल पॉइंटर्स – साधारण वेरिएबल्स के एड्रेस को स्टोर करते हैं।
वॉइड पॉइंटर्स – किसी भी डेटा टाइप के एड्रेस को स्टोर कर सकते हैं।
वाइल्ड पॉइंटर्स – बिना किसी वैलिड एड्रेस के उपयोग किए गए पॉइंटर्स।
डेंग्लिंग पॉइंटर्स – डिलीट किए गए मेमोरी एड्रेस को स्टोर करने वाले पॉइंटर्स।
नल (NULL) पॉइंटर्स – किसी भी मेमोरी को पॉइंट नहीं करने वाला पॉइंटर (NULL
वैल्यू रखता है)।
पॉइंटर्स के उपयोग (Applications of Pointers)
एरेज़ (Arrays) और स्ट्रिंग्स में उपयोग
लिंक्ड लिस्ट और ट्री डेटा स्ट्रक्चर में उपयोग
मेमोरी मैनेजमेंट (Dynamic Memory Allocation)
कॉल-बाय-रेफरेंस (Call by Reference) में उपयोग
क्या आपको और गहराई से समझना है? मैं फ़ंक्शन पॉइंटर्स, मल्टीपल पॉइंटर्स या डायनामिक मेमोरी एलोकेशन पर भी विस्तार से बता सकता हूँ!